नवंबर में 1377.77 करोड़ रुपए जीएसटी राजस्व एकत्रित ; वैट में भी 28.73 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज़
पंजाब में वस्तु और सेवा कर (जी.एस.टी.) से नवंबर, 2021 में कैश कुलैकशन 32 प्रतिशत वृद्धि से 1845 करोड़ रुपए रही है, जो इस केंद्रीय टैक्स प्रणाली के लागू होने बाद दूसरी सबसे बड़ी कुलैकशन है। इससे पहले अप्रैल, 2021 में इस बार की अपेक्षा अधिक कुलैकशन की गई थी। इस विकास दर में पंजाब देश भर में ओडिसा और केरला के बाद तीसरे स्थान पर है।
टैक्सेशन कमिशनरेट के एक प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब में नवंबर, 2021 के दौरान 1377.77 करोड़ रुपए जीएसटी राजस्व एकत्रित किया गया जबकि पिछले साल इस महीने (नवंबर, 2020) के दौरान 1067 करोड़ रुपए राजस्व एकत्रित किया गया था, जो 29 प्रतिशत का मज़बूत विस्तार बनता है। यह आर्थिकता के पुनः उभार के रुझान को दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि जीएसटी राजस्व में नवंबर, 2021 तक पिछले साल के मुकाबले तकरीबन 54 प्रतिशत विस्तार हुआ है। जीएसटी राजस्व में यह विस्तार राज्य सरकार की तरफ से किये गए नीतिगत और प्रशासकीय उपायओं के साथ-साथ केंद्रीय टैक्स इनफोरसमैंट एजेंसियों के साथ तालमेल बना कर जीएसटी कानून को राज्य में उचित ढंग से लागू किये जाने से हुआ है। इसमें मशीन लर्निंग और इंटेलिजेंस आन -रोड डिटैंशन पर आधारित प्रभावशाली डेटा विश्लेषण ने फ़र्ज़ी बिलों समेत टैक्स चोरी की अन्य गतिविधियों का पता लगाने में अहम भूमिका निभाई है।
नवंबर, 2021 के दौरान वैट और सीएसटी से क्रमवार 949.44 करोड़ रुपए और 20.19 करोड़ रुपए टैक्स एकत्रित किया गया है। पिछले साल इस समय के दौरान एकत्रित टैक्स के मुकाबले, इस साल वैट और सीएसटी से प्राप्त टैक्स में क्रमवार 28.73 प्रतिशत और 11.49 प्रतिशत का विस्तार दर्ज किया गया है। वैट राजस्व में इस मज़बूत वृद्धि का मुख्य कारण अक्तूबर, 2020 के मुकाबले अक्तूबर, 2021 में औसत टैक्स दर का बढ़ना है।
पी.एस.डी.टी. एक्ट के अधीन नये योग्य करदाताओं को रजिस्टर करने के लिए टैक्स विभाग के लगातार यतनों के नतीजे के तौर पर नवंबर, 2021 के दौरान 12.34 करोड़ रुपए प्रोफैशनल टैक्स एकत्रित हुआ है जबकि पिछले साल नवंबर में 10.45 करोड़ रुपए एकत्रित किये गए थे, जो 18 प्रतिशत विस्तार दर्शाता है।