चंडीगढ़, 26 दिसम्बर:
पंजाब विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा न बनाए जाने पर बसपा प्रधान जसबीर सिंह गढ़ी ने पंजाब कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के इस फैसले से कांग्रेस पार्टी का एससी वर्ग विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ है। जसबीर सिंह गढ़ी नेहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पंजाब पर साढे चार साल सत्ता पर राज किया। इस दौरान भी पंजाब के लोग का कांग्रेस सरकार के प्रति रोष था। कांग्रेस सरकार द्वारा जनता से जो वादे किए गए थे वह अभी तक अधूरे है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी इन साढे चार सालों के कंलक को मिटाने की खातिर कैप्टन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतारा था और चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया और अपनी छवि को सुधारने की कोशिश की। गढ़ी ने कहा कि कांग्रेस ने एससी वर्ग का मुख्यमंत्री बनाकर पंजाब के एससी वर्ग के लोगों को गुमराह किया है, पर कांग्रेस की यह चाल बेनकाब हो गई है। गढ़ी ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी खुद को एससी वर्ग की हितैषी पार्टी बताती है, पार्टी आगामी चुनावाें के लिए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का नाम क्यों घोषित नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पर्दे के बाहर कुछ और पर्दे के पीछे कुछ ओर करती है। जसबीर सिंह गढ़ी ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी ने इसी प्रकार की चाल चली थी। जहां चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी की ओर से सुशील कुमार शिंदे मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया गया था, लेकिन कांग्रेस पार्टी चुनावों के बाद देशमुख को मुख्यमंत्री बना दिया गया और अनिल कुमार शिंदे को केंद्र में मंत्री बना दिया गया है। गढ़ी ने कहा कि अब पंजाब में भी इस प्रकार की हालात बने है, जहां चुनावों के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चिन्न को भी कांग्रेस पार्टी की ओर से दरबदर करके एससी वर्ग का अपमान किया जाएगा। गढ़ी ने कहा कि वास्तव में कांग्रेस पार्टी पंजाब में अपना आधार खौ चुकी है। उन्होंने कहा कि सभी नेता मुख्यमंत्री बनने की लाइन में लगे हुए है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी पंजाब के हितों और भलाई के दावे करती है तो कांग्रेस पार्टी को चाहिए कि वो आगमी चुनावों में मुख्यमंत्री का चेहरे के नाम की घोषणा करें।