अधिकारियों को संवेदनशील स्थानों पर किसी भी आतंकवादी गतिविधि को रोकने के लिए तीखी नज़र रखने के निर्देश
मौजूदा सुरक्षा स्थिति के मद्देनज़र, पंजाब पुलिस के विभिन्न रैंकों के लगभग 135 गज़टिड अधिकारियों को राज्य भर में किसी भी किस्म की आतंकवादी या आपराधिक गतिविधि को रोकने के लिए नाइट डोमीनेशन ऑपरेशनों के लिए तैनात किया गया है।
पंजाब के डीजीपी इकबाल प्रीत सिंह सहोता ने बताया कि उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा के हुक्मों की पालना करते हुये हमने राज्य भर में रात की गश्त तेज कर दी है। बताने योग्य है कि उप मुख्यमंत्री रंधावा ने मंगलवार को अमृतसर में क्राइम रिविऊ (अपराध समीक्षा) बैठक की अध्यक्षता करते हुए पुलिस फोर्स को राज्य भर में रात की गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए थे जिससे कानून व्यवस्था बनाये रखने को यकीनी बनाया जा सके।
ज़िक्रयोग्य है कि बुधवार और गुरूवार की बीच की रात को उप मुख्यमंत्री ने रात की गश्त के लिए तैनात गज़टिड अधिकारियों को ख़ुद अचानक काल करके यह यकीनी बनाया कि वह अपने काम पर मौजूद हैं या नहीं।
यह कार्यवाही उस समय हुई जब पंजाब में अन्य हथियारों के साथ-साथ हैड ग्रनेडों और टिफिन बमों की बड़ी आमद हो रही है। हाल ही में राज्य में सीआईए नवांशहर और पठानकोट के छावनी क्षेत्र में दो बम धमाके होने के अलावा ज़ीरा क्षेत्र से एक बिना चले हैड ग्रनेड की बरामदगी भी शामिल है।
डीजीपी ने बताया कि हरेक पुलिस जिले को सैक्टरों में बांटा गया है और हर सैक्टर के लिए डीएसपी या एसपी रैंक का एक गज़टिड अधिकारी तैनात किया गया है, जो अपने अधिकार क्षेत्र में रात की गश्त को यकीनी बनाऐंगे।
उन्होंने कहा कि रुटीन नाकों या वाहनों की चैकिंग के इलावा, तैनात किये गए अधिकारियों को संवेदनशील स्थानों जैसे कि रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों, धार्मिक स्थानों, आरएसएस शाखाओं और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर भी चौकसी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
इस दौरान, पुलिस कमिश्नरों /एसएसपीज को भी ड्रोनों और संवेदनशील क्षेत्रों में घूमने वाले शक्की व्यक्तियों की तरफ विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी ने सीपीज /एसएसपीज़ को सभी पीसीआर /आरआरपीएस वाहनों और बुलेट प्रूफ़ मोर्चों का प्रयोग संवेदनशील स्थानों को कवर करने के साथ-साथ सभी कंट्रोल रूमों को सक्रिय करने के आदेश दिए।