रंधावा द्वारा UP के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे दो किसानों के मारे जाने की कड़े शब्दों में निन्दा

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किसान सड़क किनारे धरना दे रहे थे और केंद्रीय मंत्री के काफ़िले को काले झंडे दिखा रहे थे

 

चंडीगढ़, 3 अक्तूबरः

 पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने आज उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे दो किसानों के मारे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की। इन किसानों की उस समय मौत हो गई जब एक केंद्रीय मंत्री के पुत्र के काफ़िले की एक कार शांतमयी ढंग से विरोध कर रहे किसानों पर चढ़ गई।
आज यहाँ से जारी बयान में उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सीनियर अधिकारियों की एक टीम लखीमपुर खीरी भेजी है जिससे उक्त मामले से सम्बन्धित उचित जानकारी जुटायी जा सके और पीड़ितों को हर तरह के सहयोग का भरोसा दिया जा सके।
उन्होंने दोष लगाया कि किसान सड़क किनारे धरना दे रहे थे और केंद्रीय मंत्री के काफ़िले को काले झंडे दिखा रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ प्रतीकात्मक विरोध था परन्तु मंत्री के पुत्र के काफ़िले में एक कार प्रदर्शनकारियों के ऊपर से गुज़र गई जिस कारण दो किसानों की मौके पर ही मौत हो गई और आठ अन्य ज़ख़्मी हो गए।
पंजाब के उप-मुख्यमंत्री ने दोषियों को तुरंत गिरफ़्तार करने और उनके विरुद्ध कत्ल का केस दर्ज करने की माँग की है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा नेता के हाथों किसानों का बेरहमी से किया गया कत्ल है जबकि किसान शांतमयी ढंग से विरोध कर रहे थे।
स. रंधावा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए यह परीक्षा की घड़ी है। अब देखना है कि क्या वह दोषियों को गिरफ़्तार करके अपने राज धर्म का पालन करते हुए किसानों के साथ न्याय करेंगे या नहीं।
पीड़ितों को न्याय का वादा करते हुए स. रंधावा ने कहा कि पंजाब सरकार उनको हर अपेक्षित सहायता मुहैया करवाएगी।
किसानों की माँगों के हक में अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले ही किसान नेताओं के संपर्क में थे, जो उनको ताज़ा जानकारी उपलब्ध करवा रहे थे। उन्होंने कहा कि इन दोनों किसाना का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा और दोषियों को बख़्शा नहीं जायेगा।
उन्होंने केंद्र सरकार को भी अपना ज़िद्दी रवैया छोड़ने की अपील करते हुए तीन काले कानून वापस लेने की माँग की जिससे कीमती जानें बचाई जा सकें।

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