चंडीगढ़ - 04 अक्तूबर: पंजाब में बढ़ रहे डेंगू के मामलों के मद्देनजऱ उप-मुख्यमंत्री ओ.पी. सोनी (मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग) ने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को डेंगू रोधी गतिविधियों में और तेज़ी लाने के हुक्म जारी किये हैं।
राज्य में डेंगू की मौजूदा स्थिति बारे जानकारी देते हुए ओ.पी. सोनी ने बताया कि पंजाब में इस समय कुल 13532 संदिग्ध मरीजों के टैस्ट किये गए जिनमें से 3760 डेंगू के पॉजिटिव केस पाए गए हैं।पंजाब में इस समय 39 लैबोरेटरियों में डेंगू की मुफ़्त टेस्टिंग की जाती है और राज्य के सरकारी अस्पतालों में डेंगू की टेस्टिंग करने वाली किटें भरपूर मात्रा में उपलब्ध हैं।
श्री सोनी ने राज्य वासियों को बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा हफ़्ते में हर शुक्रवार को ड्राई डे के तौर पर मनाया जाता है। इसलिए उस दिन अपने घर या आसपास कूलरों, गमलों या किसी अन्य सामान में मौजूद पानी को निकाल कर फेंका जाये।
उन्होंने बताया कि डेंगू और मलेरिया, ऐपीडैमिक डिसीज़ एक्ट 1897 के अधीन नोटीफाईड हैं। इसलिए़ पंजाब राज्य के समूह निजी अस्पतालों द्वारा डेंगू और मलेरिया केस स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को रिपोर्ट करने ज़रूरी हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू का मुफ़्त इलाज उपलब्ध है। डेंगू के मरीज़ के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। डेंगू के मरीज़ के इलाज के लिए होल ब्लड और ब्लड कम्पोनिंट सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध हैं।
श्री सोनी ने बताया कि डेंगू के मच्छरों के ख़ात्मे के लिए ब्रीडिंग चैकरों की संख्या बढ़ाकर 460 कर दी गई है और डेंगू के मरीज़ के घर के आसपास 50-60 घरों में मच्छर मारने वाली दवा का स्प्रे करवाया जा रहा है।
यहाँ यह भी जि़क्रयोग्य है कि डेंगू, एडीज़ अजीप्टी नाम के मादा मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। यह मच्छर साफ़ खड़े पानी में पैदा होता है और पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश इस बीमारी के बढऩे का प्रमुख कारण है।