चौथा प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन 26 और 27 अक्तूबर को आयोजित करने संबंधी किया ऐलान
चंडीगढ़, 4 अक्तूबरः
राज्य में निवेश की अथाह संभावनायों बारे अवगत करवाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री स. चरणजीत सिंह चन्नी ने आज प्राईवेट निवेशकों को एग्रो प्रोसेसिंग, फार्मास्यूटीकल्स, आयरन एंड स्टील, स्वास्थ्य, शिक्षा और निर्माण सहित अन्य क्षेत्रों में मौजूदा मौकों को पूरी तरह खोजने और इसका लाभ उठाने के लिए यहाँ और अधिक निवेश करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सबसे अच्छा और सबसे बढ़िया कारोबारी माहौल प्रदान करता है। निर्विघ्न और गुणवत्तापूर्ण बिजली की सप्लाई, श्रम संबंधी मुद्दों का कोई इतिहास न होना, तुरंत मंज़ूरी और सर्वाेत्तम लॉजिस्टिक्स कुनैक्टीविटी हमारे राज्य के उद्योग समर्थकीय माहौल को दर्शाता है। मैं आप सभी को विनती करता हूँ कि पंजाब की प्रगतीशील गति का हिस्सा बनंे।
मुख्यमंत्री ने ट्राइडेंट ग्रुप के चेयरमैन रजिन्दर गुप्ता, वर्धमान समूह के उप चेयरमैन और एमडी श्री सचित जैन, एवन साइकिल के ओंकार सिंह पाहवा, आईसीईओ एचएमईएल प्रभ दास, हीरो साईकल्स के चेयरमैन और एमडी पंकज मुंजाल, इंटरनैशनल ट्रैकटर्स के वाइस चेयरमैन एएस मित्तल और स्वराज महेन्द्रा के सीईओ हरीश चवान और अन्यों सहित प्रमुख उद्योगपतियों, जिनकी आज दोपहर के खाने के लिए मुख्यमंत्री ने मेज़बानी की थी, को बताया कि हमारा मुख्य ध्यान पंजाब को उद्योग-समर्थकीय राज्य बनाने के उद्देश्य के साथ निर्विघ्न औद्योगिक विकास के लिए मंजूरशुदा प्रक्रियाओं को और अधिक सुचारू बनाना है।
उद्योग को उनके व्यापारिक उद्यमों को चलाने में हर संभव सहायता का भरोसा दिलाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र को अपनी ऊर्जा डिवेल्पिंग कॉटेज और छोटे उद्योगों के विकास पर केन्द्रित करनी चाहिए और इस प्रक्रिया में किसान भाईचारे को भी शामिल करना चाहिए। स. चन्नी ने कहा, ‘‘यदि आप शक्तिशाली हो तो पंजाब मज़बूत होगा’’, उन्होंने कहा कि खेती आधारित उद्योग कृषि के बाद सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है और कुशल कामगार की कोई कमी नहीं होगी क्योंकि श्री चमकौर साहिब में एक स्किल यूनिवर्सिटी स्थापित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों, मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के साथ प्रगतीशील पंजाब निवेशक सम्मेलन के चौथे संस्करण के लिए देश के सभी उद्योगपतियों को न्योता दिया और उन्होंने यह सम्मेलन इस साल 26 और 27 अक्तूबर को आयोजित करने का ऐलान किया। उच्च स्तरीय मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने इस बात की पुष्टि की कि शोपीस इवेंट निवेश के अनुकूल माहौल और मज़बूत कनेक्टीवीटी और लॉजिस्टिक नैटवर्क को उजागर करके पंजाब के अनूठे कारोबारी प्रस्ताव मॉडल को पेश करेगा।
उन्होंने उद्योग दिग्गजों को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार उद्योगपतियों का साथ देगी और उनके साथ मिलकर उचित नीतियाँ तैयार करेगी। पंजाब को अपनी पुरानी शान और सही स्थान प्राप्त करने के लिए, हमें अपने नौजवानों के लिए उद्योग के द्वारा लाभदायक रोज़गार के मौके पैदा करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि निरंतर विकास का लक्ष्य हासिल करने के लिए हमें तकनीकी महारत का प्रयोग करने और पंजाब से बाहर स्थापित औद्योगिक उद्यमों बारे जानने की भी ज़रूरत है।
पंजाब आधारित उद्योगों के साथ सक्रियता के साथ जुड़ने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि सम्मेलन का उद्घाटन समूचे भारत के प्रसिद्ध उद्योगपतियों के साथ मिलकर वर्चुअल तौर पर आयोजित किया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार 27 अक्तूबर को लुधियाना में राज्य की औद्योगिक राजधानी में एक विशेष स्टेट सैशन आयोजित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि देश में लॉजिस्टिक्स रैंकिंग के अनुसार पंजाब दूसरे स्थान पर है। उन्होंने व्यापार जगत के नेताओं से अपील की कि वह पंजाब में निवेश करने को प्राथमिकता दें। उन्होंने भरोसा दिया कि राज्य में उद्योग को एक बहुत ही मज़बूत और निर्विघ्न औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र और माहौल प्रदान किया जायेगा।
उनको सक्रिय सरकारी सहायता का भरोसा दिलाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार अधिक से अधिक निवेश को आकर्षित करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी क्योंकि यह आने वाली पीढ़ियों के सर्वपक्षीय और स्थायी विकास प्रणाली को यकीनी बनाने का सबसे प्रभावशाली ढंग है। उन्होंने उद्योग को भरोसा दिलाया कि उनके दरवाज़े उद्योगों के लिए हमेशा खुले हैं और वह बहुत सक्रियता से उद्योग समर्थकी माहौल के साथ जुड़ना और उद्योग के अनुकूल नीतियां बनाना चाहते हैं।
पंजाब आधारित बड़े उद्योगपतियों जिन्होंने रोज़गार पैदा करने और राज्य की आर्थिकता में विस्तार करने में अहम भूमिका निभाई है, की सराहना करते हुये उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य में तेज़ी के साथ औद्योगीकरण उनकी सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है।
पिछले कुछ सालों में पंजाब ने अपने आप को देश के तेज़ी के साथ उभर रहे औद्योगिक और निर्माण शक्ति वाले राज्यों में से एक के तौर पर स्थापित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पास फूड प्रोसेसिंग, खेती मशीनरी और आटो कम्पोनेंट्स, एग्रो-बेसड पार्टस, साइकिल और साइकिल पार्टस, स्पोर्टस समान, लाईट इंजीनियरिंग समान, मेटल एंड अलायज, केमिकल प्रोडक्टस और टेक्स्टाईल क्षेत्रों में उद्योगों का मज़बूत नैटवर्क है।
पंजाब ब्यूरो आफ इनवेस्टमैंट परमोशन (पीबीआईपी) की सराहना करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्यूरो ने पंजाब को निवेश केअग्रणी स्थान के तौर पर उभारने में अहम भूमिका निभाई है। ब्यूरो को इनवैस्ट इंडिया और आईएफसी (विश्व बैंक) द्वारा घोषित किये गए देश के 20 राज्यों में निवेश परमोशन एजेंसियों की दर्जाबन्दी में सर्वोत्तम कारगुज़ारी (उच्चतम श्रेणी) के तौर पर चुना गया है। उन्होंने आगे ऐलान किया कि इनवैस्ट पंजाब को आने वाले समय में और ज्यादा शक्तियों दी जाएंगी जिससे उद्योग अपनी सभी मंजूरियों के लिए इस एकमात्र एजेंसी पर पूरी तरह भरोसा कर सकें।
इस मौके पर बोलते हुये वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बड़े औद्योपतियों को भरोसा दिलाया कि उनकी राज्य की अफसरशाही और राजनैतिक वर्ग तक सीधी पहुँच होगी जिससे पंजाब में कारोबार करने में आसानी होगी। उन्होंने आगे कहा कि पट्टी-मक्खू रेल लिंक स्थापित करने के इलावा फोकल प्वाइंट बनाना हमारी प्रमुख प्राथमिकता है। वित्त मंत्री ने कहा कि पुराने निवेशकों के साथ-साथ नये निवेशकों ने राज्य में जो भरोसा दिखाया है, उसको कायम रखना बहुत ज़रूरी है।
उद्योग और वाणिज्य मंत्री श्री गुरकीरत सिंह कोटली ने प्रमुख उद्योगपतियों का पंजाब में स्वागत करते हुये कहा कि आगामी निवेशक सम्मेलन उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ बातचीत करने का एक बढ़िया मौका होगा जिससे पंजाब के विकास की कहानी में मुकम्मल योगदान डाला जा सके।
मुख्य सचिव श्री अनिरुद्ध तिवारी ने बठिंडा में पेट्रो-केमिकल सैक्टर में संभावनाएं तलाशने के साथ-साथ राज्य में औद्योगिक क्षेत्र बनाने का विचार पेश किया। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में स्माल स्केल फूड इंडस्ट्री को उत्साहित करने पर भी ध्यान दे रही है।
वर्धमान समूह के श्री सचित जैन ने पंजाब में कार्य संस्कृति की सराहना करते हुये कहा कि औद्योगिक सरोकारों के साथ बेहतर सड़क संपर्क के इलावा राज्य में बिजली की लागत वाजिब होनी चाहिए। उन्होंने ख़ास तौर पर लुधियाना के नागरिक बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कहा जो कि राज्य का औद्योगिक केंद्र है।
पंकज मुंजाल ने ई-साइकिलों पर भविष्य के प्रस्ताव के तौर पर ज़ोर दिया और साथ ही राज्य में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा दिया।
क्रेमिका ग्रुप के श्री अनूप वैक्टर ने पंजाब में फूड प्रोसेसिंग उद्योग को बढ़ावा देने के लिए एक अलग नीति की माँग की।
न्यू स्वैन ग्रुप के उपकार सिंह ने कहा कि नौजवानों के हुनर को औद्योगिक क्षेत्र की बदलती ज़रूरतों के अनुसार रोज़गार के योग्य बनाने के साथ-साथ राज्य के पोलीटेक्निक कालेजों में तकनीकी शिक्षा को अपग्रेड करना भी लाज़िमी है।
विक्टर टूल्स से श्री अश्विनी ने मुन्दरा बंदरगाह और मुंबई के साथ बेहतर संपर्क के लिए पट्टी -मक्खू रेल लिंक की मुहिम की माँग की जिससे 250 किलोमीटर का फर्क पड़ा।
सुखमीत स्टार्च और केमिकल्ज़ के भवदीप सरदाना ने स्टील, टेक्स्टाईल और फूड प्रोसेसिंग उद्योगों को मज़बूत करने के लिए एक केस तैयार किया।
उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने निर्यात सैल के अलावा अपेक्षित निर्यात केंद्र बनाने की माँग की और साथ ही ख़ास योजनाएं बनाने, रोज़गार पैदा करने पर केन्द्रित उद्योगों की सृजन करने के लिए हरेक जिले का सामर्थ्य तलाशने की माँग की।