पिछले 4.5 सालों दौरान दुनिया भर के निवेशकों ने पंजाब में 99000 करोड़ का किया निवेश
चण्डीगढ़, 24 अक्तूबरः
मज़बूत वातावरण प्रणाली, कारोबार अनुकूल नीतियाँ और उत्पादन के उत्तम माहौल के कारण पंजाब पिछले कुछ सालों में विश्व स्तर की कंपनियों के लिए निवेश का एक पसन्दीदा स्थान बन गया है।
पिछले 4.5 सालों में विश्वभर के निवेशकों के साथ-साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों के निवेशकों ने पंजाब में अपना भरोसा जताया है, जिसके परिणामस्वरूप पंजाब में 99000 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है।
इन क्षेत्रों में साइकिल, एग्री और फूड प्रोसेसिंग, लॉजिस्टिक्स, फार्मास्यूटीकल, केमिकल, टेक्स्टाईल, अलॉए और स्टील सैक्टर, इंजीनियरिंग, ऑटो कम्पोनेंट्स, ऊर्जा के नवीन और नवीकरणीय स्रोत, आईटी सेवाएं, शिक्षा, रियल एस्टेट और बुनियादी ढांचा शामिल हैं।
पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री गुरकीरत सिंह ने बताया कि राज्य में यह निवेश अमरीका, यू.के., यू.ए.ई., डेनमार्क, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड और सिंगापुर समेत विभिन्न देशों की कंपनियों द्वारा किया जा रहा, जिसके अंतर्गत पंजाब सफलता की एक बेजोड़ कहानी लिखने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में इतने बड़े स्तर पर न सिर्फ़ अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ राज्य में निवेश कर रही हैं बल्कि मौजूदा कंपनियों ने भी राज्य में अपनी मौजूदगी और कामकाज का विस्तार करके अपनी संतुष्टि और उत्साह व्यक्त किया है। श्री गुरकीरत सिंह ने कहा, ‘‘कोविड-19 संकट दौरान भी पंजाब की सफलता की कहानी में निवेशकों का भरोसा, राज्य के मज़बूत बुनियादी ढांचे और नीतिगत ढांचे का प्रमाण है।’’
एसएमएल इसूजू लिमिटेड के डायरैक्टर ईची सेटो ने कहा, ‘‘हमें हमेशा पंजाब सरकार से अपेक्षित समर्थन मिलता रहा है, इसलिए पंजाब रहने के लिए और काम करने के लिए एक बढ़िया गंतव्य कहलाता है। पंजाब युवाओं का राज्य है और ऑटो कंपनियों के लिए पंजाब में अपने यूनिट स्थापित करने का बढ़िया मौका है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब में काम करते हुए हमें कभी भी लेबर की कोई समस्या नहीं आई।
ज़िक्रयोग्य है कि पिछले 4.5 सालों के दौरान राज्य सरकार ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों किस्म के कारोबारों के विस्तार और प्रगति के लिए उचित वातावरण प्रणाली विकसित करने के लिए निरंतर यत्न किये हैं। यह भी बड़ा उत्साहपूर्ण पक्ष है कि वित्त वर्ष 2020-21 में भी 10 विदेशी कंपनियों द्वारा ग्लोबल निवेश किया गया है।
अधिकतर निवेश करने वाली कंपनियों के हैडक्वार्टर उत्तरी अमरीका में हैं, इनमें स्मार्टर ई-लर्निंग प्राईवेट लिमिटेड (सॉफ्टवेयर डिवेल्पमेंट), पैप्सीको इंडिया होल्डिंग्ज़ प्राईवेट लिमिटेड, कारगिल इंडिया प्राईवेट लिमिटेड, वॉलमार्ट इंडिया प्राईवेट लिमिटेड, नैटसमार्टज इनफोटैक प्राईवेट लिमिटेड और टैलीपरफार्मैंस इंडिया शामिल हैं। यूरोप स्थित हैडक्वार्टरों वाली कंपनियों में सीएन इफको (स्पैनिश फर्म कोनगेलाडोस डी नवारा के साथ फूड प्रोसेसिंग में साझेदारी), वढेरा अपार्टमेंट्स प्राईवेट लिमिटेड (यू.के आधारित ग्रुप), हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड, सेंट्रीएंट फार्मास्यूटीकल्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड (मुख्यालय नीदरलैंड), वरबीयो इंडिया प्राईवेट लिमिटेड (मुख्यालय जर्मनी, बायोसीएनजी उत्पादन वाली कंपनी), हैला इंडिया लाईटिंग लिमिटेड (मुख्यालय जर्मनी, ऑटोमोटिव के लिए लाईटिंग सल्यूशंज), पहली बार एयर लिक्विड (मुख्यालय फ्रांस; मैनुफ़ेक्चरिंग इंडस्ट्रियल गैस) द्वारा निवेश, ग्रेपल परफोरेशनस इंडिया प्राईवेट लिमिटेड (जर्मनी), हार्टमेन पैकेजिंग ग्रुप (मुख्यालय डेनमार्क, मोलडड फाइबर पैकेजिंग) और ओगनीबेन ग्रुप (मुख्यालय इटली ; मैनुफ़ेक्चरिंग हाइड्रोलिक ऐकचूएटर) ने भी राज्य में निवेश किया है।
इस दौरान, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशियायी देशों की विदेशी कंपनियों द्वारा साझे उद्यमों के साथ-साथ पंजाब में स्वतंत्र निवेश भी किये हैं। इन निवेशकों में थिंक गैस प्राईवेट लिमिटेड (हैडक्वार्टर सिंगापुर, पैट्रोकैमीकल्स), समेत अडानी विलमार लिमिटेड (सिंगापुर आधारित विलमार इन्टरनेट लिमिटेड के साथ साझेदारी), इंटरनेशनल ट्रैकटर्स लिमिटेड और यांमार (मुख्यालय जापान), वर्धमान स्पैशल स्टील्स और ए.आई.सी.एच.आई. स्टील (मुख्यालय जापान), मैरीटेक सॉफ्ट्वेयर प्राईवेट लिमिटेड (जापान) और सनजिन इंडिया फीड्स (दक्षिणी कोरिया), बलाल स्टील श्रेडिंग प्राईवेट लिमिटेड (न्यूजीलैंड) और आस्ट्रेलिया आधारित फर्म अवासो टेक प्राईवेट लिमिटेड शामिल हैं, जिसके साथ पंजाब में विश्वभर से निवेश हो रहा है।