- एस.डी.एम. द्वारा पंजाब सरकार को मांग पत्र भेजा -
श्री मुक्तसर साहिब, 14 अक्टूबर - भारत के मूल निवासी कौम द्राविड़ जाति से संबंधित ग्रंथों के ज्ञाता महान विद्वान और नैतिक कदरों कीमतों के मालिक श्री लंका के उस समय के शासक महात्मा रावण का पुतला फूके जाने की कई सैंकड़ों वर्षों के कूप्रथा चली आ रही है। बुराई पर अच्छाई की कथित जीत को दरसाने के लिए हर वर्ष दशहरे वाले दिन महात्मा रावण, कुंभ करण और मेघ नाथ के पुतले फूके जाने की रिवायत है। ऐसा किए जाने से देश के करोड़ों मूल निवासी लोगों समेत पड़ोसी मुलक श्री लंका समेत कई अन्य मुलकों में भारी रोष पाया जाता है। उक्त पुतले फूके जाने को बहुत मंदभागा माना जाता है। उल्लेखनीय है कि श्री लंका समेत देश के दक्षिण राज्यों में महात्मा रावण को गुरू के रूप में पूजा जाता है, अनेकों मंदिर बने हुए हैं, यहां लोग अपनी मन्नतें पूरी करवाने के लिए पूजा अर्चना करते है। एल.बी.सी.टी. (लार्ड बुद्धा चैरीटेबल ट्रस्ट) के चेयरमैन और आल इंडिया एस.सी./बी.सी./एस.टी. एकता भलाई मंच ने उक्त महांपुरूष महात्मा रावण का पुतला फूके जाने की प्रवृति को बेहद निंदनीय और गैर अमानवी करार दिया है। ऐसा किए जाने से अनगिणित लोगों की भावना को भारी ठेस पहुंचती है। एकता भलाई मंच के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज अपने राष्ट्रीय प्रधान जगदीश राय ढोसीवाल की अगुवाई में पंजाब सरकार को दशहरे वाले दिन यह प्रवृति रोकने के लिए एस.डी.एम. मैडम सवरनजीत कौर पी.सी.एस. द्वारा पंजाब सरकार को मांग पत्र दिया। प्रतिनिधिमंडल में निरंजन सिंह रखरा, चौ. बलबीर सिंह, इंज. अशोक कुमार भारती, रणजीत सिंह थांदेवाला, मनोहर लाल, रजिंदर खुराणा और नरिंद्र काका आदि शामिल थे। मैडम एस.डी.एम. ने प्रतिनिधिमंडल की दलीलों को ध्यान और हमदर्दी से सुना और सरकारी नियमों अधीन मांग पत्र सरकार को भेजने का विश्वास दिलाया। प्रतिनिधिमंडल द्वारा शहर के कोटकपूरा चौंक वाले टी-प्वार्इंट की रहती सडक़ को बनाने का मामला उठाया तो उन्होंने तुरंत ही फोन करके संबंधित ठेकेदार को यह सडक़ दो दिन के अंदर - अंदर बनाने का आदेश जारी कर दिए। इसके इलावा डिप्टी कमिशनर कार्यालय के पास बने डॉ. अंबेडकर पार्क की दुर्दशा और मलोट रोड स्थित डॉ. अंबेडकर चौंक को सुंदर बनाने संबंधी भी बहुत जल्द कार्यवाई किए जाने का विश्ववास दिलाया।