चंडीगढ़, 22 अक्तूबर:
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के निर्देशों पर पंजाब सरकार ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में 3 अक्तूबर वाले दिन घटी दर्दनाक घटना में जान गंवाने वाले किसानों और एक पत्रकार के पीडि़त परिवारों को 50-50 लाख रुपए के चैक दिए।
पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने लखनऊ में इन पीडि़त परिवारों के साथ मुलाकात की और चैक सौंपे।
लखीमपुर खीरी की दिल दहला देने वाली घटना के सम्बन्ध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई सू-मोटो कार्यवाही का स्वागत करते हुए और पीडि़तों के लिए न्याय को यकीनी बनाने के लिए समयबद्ध जांच की माँग करते हुए मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने काले खेती कानूनों के विरुद्ध किसान आंदोलन का समर्थन किया है और हमेशा ही किसान भाईचारे के साथ खड़ी है। रणदीप सिंह नाभा ने आगे कहा कि पंजाब सरकार पहले ही चल रहे किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए 157 किसानों के हर पीडि़त परिवार के एक मैंबर को सरकारी नौकरी दे चुकी है।
जि़क्रयोग्य है कि चार किसान अर्थात दलजीत सिंह पुत्र हरजीत सिंह, गाँव-बजरां टाडा, तहसील-नानपारा, जि़ला बहरायच, गुरविन्दर सिंह पुत्र सुखविन्दर सिंह, गाँव-नवी नगर मोहिरा, तहसील-नानपारा, जि़ला बहरायच, लवप्रीत सिंह पुत्र सतनाम सिंह, भवंत नगर (चोखरा फार्म), तहसील - पालिया, जनपद, लखीमपुर खीरी और नच्छत्तर सिंह पुत्र सूबा सिंह, नंबदार पुरवा, अमेठी, तहसील-दोराहा, जनपद, लखीमपुर खीरी के अलावा एक पत्रकार रमन कश्यप, निगासान, लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश) इस दुखद घटना में अपनी जान गंवा बैठे थे।